बची हुई चाशनी को फेंके नहीं, बल्कि ऐसे करें इस्तेमाल
जलेबी, गुलाबजामुन और रसगुल्ले चाशनी बच जाए तो फेंकने की बजाये आप उसे दोबारा इस्तेमाल भी कर सकते हैं। वो कैसे ? आइए, जानें -
अमूमन लोग गुलाब जामुन या रसगुल्ले की चाशनी बचने के बाद फेंक देते हैं। अगर आप भी ऐसा करतीं हैं तो अब ऐसा नहीं करिएगा क्योंकि हम आपको बताने जा रहें कि किस तरह से आप बची हुई चाशनी को दोबारा इस्तेमाल कर सकतीं हैं।
- मीठा दलिया बनाते समय उसमें चीनी डालने की बजाय आप बची हुई चाशनी मिला सकतीं हैं।
- गुलगुले बनाने में भी आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। गेहूं के आटे में सौंफ, मैश किया हुआ केला और चाशनी मिलाकर घोल बनाएं और गरम तेल में पकौड़े डालकर करारे गुलगुले बनाएं।
- शाही राइस बनाने के लिए चावल को पानी भिगोने की बजाय चाशनी में डुबोकर रखें। थोड़ी देर बाद चावल को पका लीजिए। पकने के बाद शाही राइस में ऊपर से मेवा डालें।
- पूरनपोली बनाना है तो पूरन बनाते समय आप चना दाल में बची हुई चाशनी को डालकर पका लीजिए। ड्राई होने तक भून लें और गूंथे हुए आटा या मैदा में भरकर पूरनपोली बनाएं।
- बालूशाही और शक्करपारे बनाते समय मैदा में शक्कर की जगह बची हुई चाशनी का इस्तेमाल कर कर सकती हैं।
- बची हुई चाशनी में आप गेहूं का आटा और केले को डालकर अच्छे से मैश कर लीजिए। मैश करने के बाद इस घोल से छोटे-छोटे पैनकेक बनाएं ।
- शाही टुकड़ा बनाने के लिए आप बची हुई चाशनी का इस्तेमाल कर सकती हैं। ब्रेड को सुनहरा होने तक तल लें। फिर बची हुई चाशनी में डुबोकर रखें।
- बची हुई चाशनी से आप चीनी पाउडर बना के रख सकती हैं। चाशनी को धूप में सूखने के लिए रख दें, जब सुख जाएं तो उसे पाउडर के रूप में बना के रख लीजिए, ताकि आप फिर से उसका इस्तेमाल कर सके।