पीरियड्स को नैचुरली तरीके से बढ़ाने के 7 तरीके
अगर आप भी पीरियड्स के कारण किसी ख़ास मौक़े को छोड़ रहीं हैं तो टेंशन ना लें क्योंकि हम आपको बता रहें कुछ घंटों या कुछ दिनों के लिए पीरियड्स को टालने के कुछ नेचुरल तरीके।
महिलाओं को हर महीने पीरियड्स का होना जरूरी हैं क्योंकि इसी प्रक्रिया से उनका हार्मोनल बैंलेस बना रहता है और ब्लड फिल्टर होता है। लेकिन महिलाओं को होने वाले ये मासिक धर्म अपने कई सारी प्रॉब्लम साथ लाता है, जिसके चलते पेट, कमर और पैरों में दर्द बुखार और मूड स्विंग्स का भी सामना करना पड़ता है। महिलाओं के लिए पीरियड्स तब और समस्या बन जाता है जब घर, रिश्तेदारों या फ्रेंड के यहां कोई फंक्शन हो। पीरियड्स को आगे बढ़ाने के लिए कई महिलाएं दवाइयों का सहारा लेती हैं, जोकि सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। कई बार इनसे साइड इफेक्ट भी होते है। यहां हम आपको बता रहें हैं कि बिना किसी साइड इफेक्ट के आप पीरियड्स को नैचुरली तरीके से कुछ दिन के लिए टाल सकती हैं।
1- तीखे खाने से बचें
पीरियड्स को आगे बढ़ाने के लिए मसालादार खाना बिल्कुल भी ना खाएं क्योंकि मसालादार खाना ब्लड के फ्लो को बढ़ाता है। जिससे पीरियड्स शुरु होने की संभावना जल्द हो जाती है।जब तक आपको डेट आगे बढ़ानी हो तब तक आप लाइट खाना खाएं। लाल, हरी मिर्च, काली मिर्च और लहसुन तो भूल कर भी ना खाएं।
2- पुदीना
पुदीना खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। आप इसे खीरे के रस के साथ मिलाकर पिएं। इससे पीरियड्स देर से स्टार्ट होते हैं।
3- सिरका
पीरियड्स को 3-4 दिन टालने के आप सिरका सबसे बेहतर तरीका है। इसके लिए एक ग्लास पानी में 3 से 4 चम्मच सिरका मिलाकर दिन में दो से तीन बार पिएं।
4- नींबू
पीरियड्स को टालने, ज्यादा ब्लड फ्लो को कंट्रोल करने और रोकने के काम भी आता है। इसलिए नींबू को चबाएं या खाएं। यदि नींबू को चबा और खा नहीं सकती तो पानी में नींबू नीचोड़कर भी पी सकती हैं।
5- जिलेटिन
अगर आपको पीरियड्स को कुछ घंटों के लिए आगे बढ़ाना हो तो एक कटोरे पानी में जिलेटिन मिलाएं और तुरंत पी लें. लंबे समय तक रोकने के लिए इस घोल को दो से तीन बार पिएं।
6- रसबेरी
अगर आप नींबू नहीं खा पा रहीं हैं तो आप रसबेरी का भी सेवन करें। रसबेरी में भी भारी मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है, जिसकी वजह से मासिक धर्म को नियंत्रित कर सकते हैं।
7- एक्सरसाइज़
पीरियड्स की डेट को आगे बढ़ाने के कुछ एक्सरसाइज़ भी हैं जैसे -एरोबिक्स, जॉगिंग और साइकलिंग। आप इन्हें रेगुलर करें।