World Hypertension Day 2021: जानिए क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे, क्या है इतिहास और थीम

लोगों में हाइपरटेंशन के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए World Hypertension Day मनाया जाता है।

हर साल मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। विश्व हाइपरटेंशन दिवस का मकसद न सिर्फ साइलेंट किलर के बारे में जागरुकता फैलाना है बल्कि उसके जोखिम और रोकथाम के तरीकों से भी लोगों को अवगत कराना है। ये समस्या दुनिया की 30 फीसद आबादी को प्रभावित करती है। उच्च रक्तचाप के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी है। अक्सर लोग इसे हल्के में लेते हैं लेकिन उच्च रक्तचाप कई बड़ी बीमारियों को जन्म देता है। बदलती दिनचर्या के साथ आए दिन लोगों का रक्तचाप बढ़ रहा है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि इसपर नियंत्रण पाया जाया क्योंकि विश्व का हर चौथा व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है। वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे को मनाने का उद्देश्य लोगों में उच्च रक्तचाप के बारे में जागरूकता फैलाना है।

वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे का इतिहास

वर्ल्ड हाइपरटेंशन दिवस 17 मई को हर साल मनाया जाता है. उसकी शुरुआत वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग ने की थी। पहली बार 14 मई, 2005 को मनाया गया था। लेकिन 2006 से दिवस 17 मई को मनाया जाने लगा। ये दिन हाइपरटेंशन के बारे में जागरूकता शुरू करने के लिए बनाया गया है क्योंकि लोगों को इस बीमारी के बारे में उचित जानकारी नहीं है।

क्‍या है इस बार का थीम

इस साल की थीम है “अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें।” यह थीम लोगों में सोशल नेटवर्क के जरिए जागरुकता फैलाने के लिए किया गया है। इस बार जागरुकता अभियान में लोगों को बताने की कोशिश की जा रही है कि किस प्रकार अपने ब्‍लडप्रेशर को सही तरीके से नापें और उसे नियंत्रित रखें।अगर आप अपने रक्‍तचाप को नियंत्रित रखते हैं तो आप लंबी आयु तक जीवित रह सकते हैं।

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