International Day of Happiness 2021: जानिए क्या है इस बार की थीम
20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया जाता है। जानें क्यों, कब और कैसे हुई इस शानदार दिन की शुरुआत और क्या है इस बार की थीम?
चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट बरकरार रखना बहुत ही अद्भुत कला है। वैसे तो हर कोई खुश रहने की कोशिश करता है लेकिन इसके मायने तब और बढ़ जाते हैं जब आपके आसपास के लोग भी खुशहाल और सुकून से हों। हर साल की तरह इस बार भी 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया जा रहा है। इस शानदार दिन की शुरुआत क्यों, कब और कैसे हुई और क्या है इस बार की थीम? आइये जानें-
कैसे हुई इसकी शुरूआत?
इंटरनेशनल डे ऑफ़ हैप्पीनेस मनाने का आइडिया यूएन की मशहूर समाज सेवी जेमी इलियन (Jayme Illien) का था। जिन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खुश रहने को अपने जिंदगी का मकसद बनाकर हर एक बुलंदी को छूआ जा सकता है। उनके इस आइडिया को यूएन के सेक्रेटरी जनरल बान की मून ने भी प्रोत्साहित किया और तो और यूएन के 193 देशों का भी सपोर्ट मिला। जिसके बाद पहली बार इस डे को 20 मार्च 2013 को मनाया गया।
कौन है जेमी इलियन?
इंटरनेशनल डे ऑफ़ हैप्पीनेस की स्थापना से 32 साल पहले जेमी इलियन एक अनाथ थे, जिन्हें मशहूर समाज सेविका मदर टेरेसा की संस्था ने कलकत्ता की सड़कों से उठाया था। बाद में जेमी को एना बेल इलियन नाम कि एक सिंगल अमेरिकी महिला ने गोद ले लिया। जेमी यूएन के सलाहकार रह चुके हैं।
इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस की थीम
हर साल इंटरनेशनल डे ऑफ़ हैप्पीनेस की एक विशेष थीम होती है। इस बार की थीम कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए – शांत रहिए, दयालु रहिए और बुद्धिमान रहिए रखा गया है। विषय का अर्थ कुछ इस तरह है कि यदि हम सभी के प्रति दया की प्रवृत्ति रखेंगे तो सब हमसे खुश रहेंगे, हम भी खुश रहेंगे। हमारे जो निर्णय वह बुद्धि का उपयोग करके लिए गए हो ताकि बाद में हमें निराश ने होना पड़े। जब से कोरोना ने दस्तक दी है, बहुत जरूरी हो गया है कि हम जीवन में धीरज रखें, शांत रहें। विषय का अनुसरण करके विश्व में हर कोई खुश रहने का प्रयास कर सकता है।