Eye Flu: तेजी से फैल रहा आई फ्लू, बचना हैं तो इन उपायों को अपनाएं
मानसून के मौसम में अक्सर आई फ्लू के मामले सामने आते हैं. यह आंखों को संक्रमित करने वाली ऐसी बीमारी है, जो इन्फेक्शन की वजह से होती है.
बरसात का मौसम अपने साथ कई बीमारियों को भी लेकर आता है. इनमें से ही एक है आई फ्लू. इसको कंजक्टिवाइटिस भी कहा जाता है. आंखों की यह बीमारी होने पर आंखों में चुभन, पानी निकलना, आंख लाल होना और आंखों में जलन होना शुरू हो जाता है. आइए जानें क्या है आई फ्लू ? यह कैसे पनपता है? और इससे बचाव के क्या तरीके हैं.
कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) क्या है
कंजंक्टिवाइटिस बीमारी तब होती है, जब आंख के एक भाग कंजंक्टिवा में एलर्जी या संक्रमण के कारण सूजन हो जाती है. कंजंक्टिवा पारदर्शी और पतली टिशू होती है, जो आंख के सफेद भाग के बाहरी सतह और पलकों के अंदरूनी सतह को कवर करती है. यह पलकों और आईबॉल को नम रखने में भी मदद करती है.कंजंक्टिवाइटिस एक या दोनों आंखों में हो सकता है.
कंजंक्टिवाइटिस (आई फ्लू) के प्रकार
कंजक्टिवाइटिस के तीन मुख्य प्रकार होते हैं
1-एलर्जी कंजक्टिवाइटिस – ये दो प्रकार के होती है.
एलर्जी कंजक्टिवाइटिस: ये स्थिति तब होती है, जब किसी प्रकार का प्रदूषक तत्व, जानवर से एलर्जी या फिर किसी दूसरे प्रकार का पदार्थ आपकी आंख में चला जाता है, जिससे परेशानी होती है.
जाइंट पैपिलरी कंजक्टिवाइटिस: यह स्थिति आमतौर पर आंख में किसी बाहरी पदार्थ या तत्व के बहुत ज्यादा दिनों तक पड़े रहने के कारण होती है.
2-केमिकल कंजक्टिवाइटिस: यह स्थिति तब पैदा होती है जब कोई केमिकल या फिर प्रदूषक तत्व आपकी आंख में चला जाता है.
3-इंफेक्शियस कंजक्टिवाइटिस- ये भी तीन प्रकार की होती हैं.
वायरल कंजक्टिवाइटिस: ये स्थिति सर्दी या फिर ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण से जुड़े वायरस के संपर्क में आने के कारण होती है.
बैक्टीरियल कंजक्टिवाइटिस: जब आप गंदे फेस लोशन, आई-मेकअप का इस्तेमाल करते हैं तब ये स्थिति पैदा होती है.बड़ों की तुलना में बच्चों को यह संक्रमण ज्यादा होता है.
ओफ्थाल्मिया नियोनेटरम: यह बच्चे की आंखों के बर्थ कैनाल में मौजूद बैक्टीरिया के संपर्क में आने के कारण होता है. इसको अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि ये आंखों को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.
कैसे फैलता है कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू)
कंजक्टिवाइटिस पहले से ही संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है. बीमारी फैलने का सबसे आम तरीका यह है कि जब संक्रमित व्यक्ति बार-बार अपनी आंखों को छूते हैं और अपने हाथों को साफ करना भूल जाते हैं.
कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) के लक्षण
- एक या दोनों आंखों में जलन या खुजली होना.
- आसामान्य रूप से अधिक आंसू निकलना.
- आंखों से पानी जैसा या गाढ़ा डिस्चार्ज निकलना.
- आंखों में किरकिरी महसूस होना.
- आंखों में सूजन आ जाना.
कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) होने पर क्या करें
- अपनी आंखों को लगातार छूने व रगड़ने से बचें.
- आंखों को साफ रखें.
- कॉन्टैक्ट लेंस न पहनें.
- संक्रमण फैलने से बचने के लिए संक्रमित व्यक्ति नियमित रूप से अपने हाथ धोए.
- आंखें सूखी लग रही हैं तो लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें.
- तौलिया, बेडशीट, तकिया को गर्म पानी और डिटर्जेंट में धोएं और उन्हें नियमित रूप से बदलते रहें.